हरियाणा राज्य का पश्चिमी द्वार कहलाया जाने वाला सिरसा जिला ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और कृषि दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण जिला है। राजस्थान की सीमा से सटे होने के कारण यहां की भाषा, संस्कृति और पहनावा हरियाणवी और राजस्थानी दोनों रंगों में रंगा हुआ है। सिरसा न केवल अपनी विशाल भूमि और कृषि उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां के धार्मिक स्थलों, सामाजिक आंदोलनों और विविधताओं ने भी इसे खास पहचान दी है।