जिला पलवल

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Haryana CET

जिला पलवल

  • 28 Jun, 2025
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जिला पलवल :- हरियाणा का ऐतिहासिक और औद्योगिक गहना

पलवल जिला, हरियाणा राज्य का एक प्रमुख ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध जिला है, जो विशेष रूप से महात्मा गांधी से जुड़ी घटनाओं, पौराणिक कथाओं, और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 (NH-2) पर स्थित होने के कारण चर्चित है। इसे “ब्रज क्षेत्र का प्रवेश द्वार” भी कहा जाता है। यह जिला धार्मिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान रखता है और NCR (नेशनल कैपिटल रीजन) में शामिल है।

पलवल

भौगोलिक स्थिति और सीमाएं

अक्षांश और देशांतर: 28.14°N, 77.33°E

    • क्षेत्रफल: लगभग 1359 वर्ग किलोमीटर

    • सीमाएँ:

      • उत्तर में फरीदाबाद

      • दक्षिण में उत्तर प्रदेश (मथुरा)

      • पश्चिम में नूंह

      • पूर्व में यमुना नदी

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

पलवल का नाम पौराणिक पात्र “पालवालासुर” से जुड़ा माना जाता है, जिसे श्रीकृष्ण ने मारा था। इसी के कारण यह क्षेत्र पालवल कहलाया। ऐतिहासिक रूप से यह क्षेत्र ब्रज भूमि का हिस्सा रहा है और महात्मा गांधी के भारत में प्रथम गिरफ्तारी स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।

प्रमुख ऐतिहासिक तथ्य:

  • महात्मा गांधी की पहली गिरफ्तारी 1919 में पलवल रेलवे स्टेशन पर हुई

  • पलवल में ‘गांधी सेवा सदन’ और ‘गांधी संग्रहालय’ स्थित हैं

  • यह क्षेत्र प्राचीन काल में मथुरा व कुरुक्षेत्र के बीच सांस्कृतिक पुल का कार्य करता था

  • मुग़ल और ब्रिटिश शासन में भी पलवल की प्रशासनिक भूमिका रही

प्रशासनिक संरचना

पलवल जिला वर्ष 2008 में फरीदाबाद से अलग होकर एक स्वतंत्र जिला बना। यह अब तीन उपमंडलों और तीन विकास खंडों में बंटा हुआ है।

उपमंडल:

  • पलवल

  • होडल

  • हथीन

विकास खंड:

  • पलवल

  • होडल

  • हथीन

जिला मुख्यालय: पलवल
लोकसभा क्षेत्र: फरीदाबाद
विधानसभा क्षेत्र: पलवल, हथीन, होडल

जनसंख्या और सामाजिक संरचना

  • 2011 की जनगणना के अनुसार:

    • कुल जनसंख्या: लगभग 10 लाख

    • लिंग अनुपात: 879 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष

    • साक्षरता दर: लगभग 70%

    • प्रमुख जातियाँ: जाट, गुर्जर, मुस्लिम राजपूत, दलित, ब्राह्मण

    • भाषाएं: हरियाणवी, हिंदी, उर्दू, ब्रज

    नोट: पलवल की सामाजिक बनावट में ग्रामीण संस्कृति के साथ-साथ शहरी प्रभाव भी देखने को मिलता है।

कृषि और ग्रामीण जीवन

  • पलवल की भूमि यमुना किनारे होने के कारण बहुत उपजाऊ है। कृषि इस जिले की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।

    मुख्य फसलें:

    • गेहूं

    • धान

    • बाजरा

    • सरसों

    • गन्ना

    • सब्जियाँ

    सिंचाई प्रणाली:

    • यमुना नहर

    • भूमिगत जल

    • ट्यूबवेल

    • प्राकृतिक वर्षा

    अन्य आर्थिक गतिविधियाँ:

    • दुग्ध उत्पादन

    • मत्स्य पालन

    • छोटे पैमाने की इकाइयाँ (कपड़ा, खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रॉनिक मरम्मत)

उद्योग और व्यापार

पलवल में औद्योगिक गतिविधियाँ धीरे-धीरे बढ़ रही हैं। इसका दिल्ली और फरीदाबाद से निकटता इसे औद्योगिक हब बनने की दिशा में अग्रसर कर रही है।

  • कपड़ा मिलें

  • ईंट भट्टे

  • ट्रांसपोर्ट और गोदाम उद्योग

  • आटा, चावल, तेल मिल

  • कृषि यंत्र निर्माण

शिक्षा और संस्थान

पलवल जिले में शिक्षा का स्तर निरंतर प्रगति की ओर है। यहां कई सरकारी व निजी शिक्षण संस्थान कार्यरत हैं।

प्रमुख संस्थान:

  • आर्यभट्ट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी

  • गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमन, पलवल

  • गांधी महाविद्यालय

  • ITIs और पॉलिटेक्निक संस्थान

  • मॉडर्न पब्लिक स्कूल, डीपीएस आदि

स्वास्थ्य सेवाएं

  • पलवल जिले में सरकारी और निजी दोनों तरह की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं।

    • सिविल अस्पताल, पलवल

    • CHC: होडल, हथीन

    • PHC और उप-स्वास्थ्य केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में

    • निजी नर्सिंग होम्स व क्लीनिक्स

धार्मिक और पर्यटन स्थल

पलवल धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक स्थलों से भरपूर जिला है।

प्रमुख स्थल:

  • गांधी सेवा सदन – ऐतिहासिक स्थल जहां गांधी जी को पहली बार गिरफ्तार किया गया

  • बीजर सरोवर मंदिर, हथीन

  • श्री गौड़िया मठ

  • अंजनी कुंड, होडल

  • शिव मंदिर, राम मंदिर, जैन मंदिर

  • यमुना तट की धार्मिक स्थलीयाँ

परिवहन व्यवस्था

पलवल दिल्ली-मथुरा रेलमार्ग और NH-2 पर स्थित होने के कारण अत्यंत सुगम और सुलभ परिवहन व्यवस्था से जुड़ा हुआ है।

रेल मार्ग:

  • पलवल रेलवे स्टेशन – दिल्ली और आगरा के बीच प्रमुख स्टेशन

  • दिल्ली-हावड़ा मार्ग का मुख्य ठहराव

  • रोज़ाना सैकड़ों यात्रियों की आवाजाही

सड़क मार्ग:

  • राष्ट्रीय राजमार्ग 2 (NH-2) – दिल्ली से आगरा को जोड़ता है

  • स्थानीय व अंतरराज्यीय बस सेवाएं

  • गुरुग्राम, फरीदाबाद, मथुरा से सीधा जुड़ाव

निकटतम हवाई अड्डा:

  • IGI एयरपोर्ट, दिल्ली – लगभग 65 किमी

जिले की प्रमुख विशेषताएं

  • महात्मा गांधी की ऐतिहासिक गिरफ्तारी का स्थल

  • ब्रज क्षेत्र की सांस्कृतिक छाया

  • यमुना के किनारे बसा उपजाऊ क्षेत्र

  • एनसीआर क्षेत्र का हिस्सा – विकास की असीम संभावनाएं

  • शिक्षा, स्वास्थ्य और औद्योगीकरण की ओर तीव्र गति से अग्रसर

🔚 निष्कर्ष

पलवल जिला, हरियाणा की वह धरा है जहाँ इतिहास, संस्कृति, धर्म और आधुनिकता का अद्भुत संगम है। यह जिला ना केवल राष्ट्रीय राजमार्ग से देश को जोड़ता है, बल्कि अपने ऐतिहासिक महत्व, भौगोलिक स्थिति और सतत विकास की दिशा में बढ़ते कदमों से हरियाणा की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आने वाले समय में पलवल हरियाणा के सबसे उन्नत जिलों में अपनी जगह सुनिश्चित करेगा।

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