कंप्यूटर क्या है?
| कंप्यूटर एक स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो उच्च गति से कार्य करती है और त्रुटिरहित होती है। इसकी क्षमताएँ सीमित होती हैं। यह अंग्रेज़ी शब्द “कंप्यूट” से बना है, जिसका अर्थ है गणना करना। हिंदी में इसे “संगणक” कहते हैं। इसका उपयोग बड़ी मात्रा में सूचनाओं को संसाधित और संग्रहीत करने के लिए किया जाता है। कंप्यूटर एक ऐसा उपकरण है जो डेटा प्राप्त करता है और उसे सॉफ़्टवेयर या प्रोग्राम के अनुसार संसाधित करके परिणाम देता है। | ![]() |
कम्प्यूटर की विशेषताएँ
- यह तेज़ गति से काम करता है, यानी समय की बचत करता है।
- यह बिना किसी त्रुटि के काम करता है।
- यह स्थायी और बड़ी भंडारण क्षमता प्रदान करता है।
- यह पूर्व-निर्धारित निर्देशों के आधार पर त्वरित निर्णय लेने में सक्षम है।
कंप्यूटर का उपयोग
- शिक्षा के क्षेत्र में
- वैज्ञानिक अनुसंधान में
- रेलवे और एयरलाइन आरक्षण में
- बैंकों में
- चिकित्सा विज्ञान में
- रक्षा क्षेत्र में
- प्रकाशन में
- व्यापार में
- संचार में
- प्रशासन में
- मनोरंजन में
कंप्यूटर के कार्य
- डेटा संकलन (Data Collection) 3.डेटा संचयन (Data Storage)
- डेटा संसाधन (Data Processing) 4.डेटा निर्गमन (Data Output)
डेटा प्रोसेसिंग और इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रोसेसिंग
कम्प्यूटर के निर्माण से पहले निश्चित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए डेटा का संकलन, संचयन संसाधन और निर्गमन हस्तचालित विधि (manual method) से होता था, जिसे डेटा प्रोसेसिंग कहते थे। जैसे-जैसे टेक्नॉलॉजी का विकास हुआ इन सभी कार्यों के लिए कम्प्यूटर का उपयोग होने लगा। इसे इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रोसेसिंग (E.D.P.) कहते हैं।
डेटा प्रोसेसिंम का मुख्य लक्ष्य अव्यवस्थित डेटा (Raw Data) से व्यवस्थित डेटा (Information) प्राप्त करना है। जिसका उपयोग निर्णय लेने के लिए होता है।

कम्प्यूटर सिस्टम
यह उपकरणों का एक समूह है जो एक साथ मिलकर डेटा प्रोसेस करते हैं। कम्प्यूटर सिस्टम में अनेक इकाइयाँ होती हैं जिनका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रोसेसिंग में होता है-
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इनपुट यूनिट (Input unit):
वैसी इकाई जो यूजर (User) से डेटा प्राप्त कर सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को इलेक्ट्रॉनिक पल्स के रूप में प्रवाहित (transmit) करता है। जैसा कि ऑटोमेटिक टेलर मशीन (Automatic Teller Machine-ATM) में जब हम निकासी (withdraw) के लिए जाते हैं तो हमें पिन नम्बर (Personal Identification Number) डालना होता है। उसके लिए इनपुट इकाई के रूप में कीपैड का उपयोग किया जाता है।
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सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU):
इसे प्रोसेसर भी कहते हैं। यह एक इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोचिप है जो डेटा को इन्फॉर्मेशन में बदलते हुए प्रोसेस करता है। इसे ‘कम्प्यूटर का ब्रेन’ कहा जाता है। यह कम्प्यूटर सिस्टम के सारे कार्यों को नियंत्रित करता है तथा यह इनपुट को आउटपुट में

(a) अर्थमेटीक लॉजिक यूनिट (Arithmetic Logic Unit या ALU):
इसका उपयोग अंकगणितीय तथा तार्किक गणना में होता है। अंकगणितीय गणना के अन्तर्गत जोड़, घटाव, गुणा और भाग इत्यादि तथा तार्किक गणना के अन्तर्गत तुलनात्मक गणना जैसे, (<, > या =), हाँ या ना (Yes या No) इत्यादि आते हैं।
(b) कंट्रोल यूनिट (Control Unit):
यह कम्प्यूटर के सारे कार्यों को नियंत्रित करता है, तथा कम्प्यूटर के सारे भागों जैसे; इन्पुट, आउटपुट डिवाइसेज, प्रीसेसर इत्यादि के सारे गतिविधियों के बीच तालमेल बैठाता है।
(c) मेमोरी यूनिट (Memory Unit):
यह डेटा तथा निर्देशों के संग्रह करने में प्रयुक्त होता है। इसे मुख्यतः दो वर्गों प्राइमरी तथा सेकेंडरी मेमोरी में विभाजित करते हैं। जब कम्प्यूटर कार्यशील रहता है, अर्थात् वर्तमान में उपयोग हो रहे डेटा तथा निर्देश का संग्रह प्राइमरी मेमोरी में होता है। सेकेंडरी मेमोरी का उपयोग बाद (later) में उपयोग होने वाले डेटा तथा निर्देशों को संग्रहीत करने में होता है।
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आउटपुट यूनिट (Output unit):
वैसी इकाई जो सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट से डेटा लेकर – उसे यूजर को समझने योग्य बनाता है। जैसा कि, जब हम सुपर मार्केट में बिल अदा करते हैं तो हमें रसीद प्राप्त होता है, जो एक आउटपुट का रूप है। यह आउटपुट उपकरण (output device) प्रिन्टर से प्राप्त होता है।



