कंप्यूटर की विशेषताएँ (Characteristics of Computer)

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कंप्यूटर की विशेषताएँ (Characteristics of Computer)

  • 13 Oct, 2025
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कंप्यूटर की पीढ़ियाँ (Generations of Computer)

कंप्यूटर की विशेषताएँ (Characteristics of Computer)

कंप्यूटर मानव जीवन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इसकी विशेषताओं के कारण यह शिक्षा, व्यापार, विज्ञान, संचार, बैंकिंग आदि हर क्षेत्र में उपयोगी है। नीचे दिए गए मुख्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है:

कंप्यूटर की विशेषताएँ (Characteristics of Computer)

  • गति (Speed)
  • सटीकता (Accuracy)
  • भंडारण क्षमता (Storage)
  • स्वचालन (Automation)
  • बहुउद्देशीय (Versatility)

गति (Speed)

कंप्यूटर बहुत तेज गति से काम करता है।

  • यह लाखों–करोड़ों गणनाएँ कुछ ही सेकंड में कर सकता है।
  • जहां इंसान को किसी जटिल गणना में घंटों लग सकते हैं, वही कंप्यूटर उसे कुछ ही क्षणों में हल कर देता है।
  • आधुनिक कंप्यूटर की गति नैनोसेकंड (10⁻⁹ सेकंड) और पिकोसेकंड (10⁻¹² सेकंड) में मापी जाती है।

सटीकता (Accuracy)

कंप्यूटर द्वारा किया गया कार्य हमेशा सही और सटीक होता है।

  • इसमें त्रुटियाँ केवल तब आती हैं जब प्रोग्रामिंग या डाटा इनपुट में गलती हो।
  • वैज्ञानिक प्रयोगों, मौसम की भविष्यवाणी और बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में सटीकता अत्यंत आवश्यक होती है और कंप्यूटर इसे पूरा करता है।

भंडारण क्षमता (Storage Capacity)

कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डाटा और जानकारी संग्रहीत कर सकता है।

  • यह हजारों-लाखों दस्तावेज, फोटो, वीडियो और सॉफ़्टवेयर सुरक्षित रख सकता है।
  • हार्ड डिस्क, SSD, क्लाउड स्टोरेज आदि माध्यमों से डाटा लंबे समय तक सुरक्षित रहता है।
  • उपयोगकर्ता आवश्यकता अनुसार कभी भी जानकारी को खोज सकता है और पुनः उपयोग कर सकता है।

स्वचालन (Automation)

कंप्यूटर में एक बार प्रोग्राम सेट करने के बाद कार्य स्वतः हो जाता है।

  • उदाहरण के लिए: बैंकिंग सिस्टम में जमा-निकासी की एंट्री, रेलवे टिकट बुकिंग, बिलिंग सिस्टम आदि।
  • यह इंसान के लगातार निर्देश दिए बिना अपने आप कार्य करता है।
  • ऑटोमेशन से समय और श्रम की बचत होती है।

बहुउद्देशीय (Versatility)

कंप्यूटर एक बहुउद्देशीय मशीन है।

  • यह गणना करने के साथ-साथ संगीत चलाना, वीडियो बनाना, इंटरनेट से जानकारी लेना, डिजाइनिंग, गेमिंग, वैज्ञानिक शोध आदि कार्य कर सकता है।
  • इसी कारण कंप्यूटर का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, रक्षा, संचार और मनोरंजन तक हर क्षेत्र में होता है।

कंप्यूटर की पीढ़ियाँ (Generations of Computer)

कंप्यूटर का विकास पीढ़ियों में विभाजित है, जो प्रौद्योगिकी में बदलाव को दर्शाती हैं। पहली पीढ़ी (1946-1956) के कंप्यूटर वैक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल करते थे, जो आकार में बहुत बड़े थे। दूसरी पीढ़ी (1956-1964) में ट्रांजिस्टर के आने से कंप्यूटर छोटे, तेज और अधिक भरोसेमंद हो गए।

कंप्यूटर की पीढ़ियाँ (Generations of Computer)

पीढ़ी समयावधि मुख्य तकनीक प्रमुख विशेषताएँ उदाहरण
1st Generation 1940 – 1956 Vacuum Tubes Machine Language, बड़े आकार, धीमे ENIAC, UNIVAC
2nd Generation 1956 – 1963 Transistors Assembly Language, छोटा व तेज IBM 7094, CDC 1604
3rd Generation 1964 – 1971 Integrated Circuits (ICs) High-level Languages (COBOL, FORTRAN), Magnetic Core Memory IBM 360 Series
4th Generation 1971 – 1985 Microprocessor (LSI, VLSI) Personal Computers, OS का विकास Intel 4004, IBM PC
5th Generation 1985 – 1990 Artificial Intelligence (AI), ULSI Robotics, Expert Systems, Neural Networks Modern AI Systems
6th Generation 1990 – 2000 Parallel Processing, Supercomputers Internet का विस्तार, OOP का उपयोग Cray Supercomputers
7th Generation 2000 – 2010 Wireless Technology, Cloud Smartphones, Portable Laptops Early Smartphones
8th Generation 2010 – 2015 Multi-core Processors, Quantum Research Social Media, Big Data iPhone, Modern PCs
9th Generation 2015 – 2020 IoT, Machine Learning Smart Devices, Wearables Alexa, Smartwatch
10th Generation 2020 – 2023 AI + Cloud, 5G Autonomous Vehicles, Smart Cities Tesla Autopilot
11th Generation 2023 – 2025 Quantum Computing (प्रारंभ) Generative AI, Metaverse OpenAI GPT, Quantum Chips
12th Generation 2025 – भविष्य Full Quantum + AI Integration Self-Learning Systems, AGI Futuristic AI Systems

 

प्रथम पीढ़ी

  • इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में निर्वात् ट्यूब का उपयोग।
  • प्राइमरी इंटरनल स्टोरेज के रूप में मैग्नेटिक ड्रम का उपयोग ।
  • सीमित मुख्य भंडारण क्षमता (Limited main storage capacity) |
  • मंद गति के इनपुट-आउटपुट ।
  • निम्न स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा, मशीनी भाषा, असेम्बली भाषा ।
  • ताप नियंत्रण में असुविधा।
  • उपयोग-पेरौल प्रोसेसिंग और रिकार्ड रखने के लिए।
  • उदाहरण- IBM 650 UNIVAC

द्वितीय पीढ़ी की विशेषताएँ

  • ट्रांजिस्टर का उपयोग आरम्भ।
  • प्राइमरी इन्टरनल स्टोरेज के रूप में चुम्बकीय कोर (Magnetic core) का उपयोग ।
  • मुख्य भंडारण क्षमता में वृद्धि।
  • तीव्र इनपुट-आउटपुट ।
  • उच्च स्तरीय भाषा (कोबोल, फारट्रान)
  • आकार और ताप में कमी।
  • तीव्र और विश्वसनीय ।
  • बेंच ओरिएन्टेड उपयोग-बिलिंग, पेरील प्रोसेसिंग, इनभेन्टरी फाइल का अपडेसन ।
  • उदाहरण- IBM 1401 Honey well 200 CDC 1604.

तृतीय पीढ़ी की विशेषताएँ

  • इंटीग्रेटेड चिप का उपयोग।
  • चुम्बकीय कोर और सॉलिड स्टेट मुख्य भंडारण के रूप में उपयोग। (SSI और MSI)
  • अधिक लचीला (More Flexible) इनपुट-आउटपुट ।
  • तीव्र, छोटे, विश्वसनीय ।
  • उच्चस्तरीय भाषा का वृहत् उपयोग।
  • रिमोट प्रोसेसिंग और टाइम शेयरिंग सिस्टम, मल्टी प्रोग्रामिंग ।
  • इनपुट आउटपुट को नियंत्रित करने के लिए सॉफ्टवेयर उपलब्ध ।
  • उपयोग-एयरलाइन रिजर्वेशन सिस्टम, क्रेडिट कार्ड बिलिंग, मार्केट फोरकास्टिंग।
  • उदाहरण- IBM System/360, NCR 395, Burroughs B6500

चतुर्थ पीढ़ी की विशेषताएँ

  • VLSI का तथा ULSI उपयोग।
  • उच्च तथा तीव्र क्षमता वाले भंडारण ।
  • भिन्न-भिन्न हार्डवेयर निर्माता के यंत्र बीच एक अनुकूलता ताकि उपभोक्ता किसी एक विक्रेता से बँधा न रहे।
  • मिनी कम्प्यूटर के उपयोग में वृद्धि।
  • माइक्रोप्रोसेसर और मिनी कम्प्यूटर का आरंभ।
  • उपयोग- इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर, व्यवसायिक उत्पादन और व्यक्तिगत उपयोग।
  • उदाहरण- IBM PC-XT, एप्पल II

पंचमी पीढ़ी की विशेषताएँ

  • ऑप्टिकल डिस्क का भंडारण में उपयोग।
  • इंटरनेट, ई-मेल तथा www का विकास ।
  • आकार में बहुत छोटे, तीव्र तथा उपयोग में आसान प्लग और प्ले।
  • उपयोग- इंटरनेट, मल्टीमीडिया का उपयोग करने में।
  • उदाहरण- IBM नोटबुक, Pentium PC, सुपर कम्प्यूटर इत्यादि ।

छठी पीढ़ी की विशेषताएँ

  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) – कंप्यूटर अब सोचने, सीखने और निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं।
  • क्वांटम कंप्यूटिंग – अत्यंत तेज़ और जटिल गणनाएँ सेकंड के अंश में करने की क्षमता।
  • नैनो-टेक्नोलॉजी का उपयोग – छोटे आकार में अधिक शक्ति और दक्षता।
  • उच्च गति (High Speed) – माइक्रोसेकंड और नैनोसेकंड में डेटा प्रोसेसिंग।
  • विशाल भंडारण क्षमता (Huge Storage Capacity) – क्लाउड और बिग डेटा तकनीक का समर्थन।
  • नेटवर्किंग और कनेक्टिविटी – इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), 5G/6G नेटवर्क से जुड़े उपकरण।
  • स्मार्ट वर्चुअल असिस्टेंट्स – जैसे चैटबॉट्स, रोबोट्स, वॉयस असिस्टेंट्स (Alexa, Siri आदि)।
  • स्वचालन और रोबोटिक्स (Automation & Robotics) – उद्योग, चिकित्सा, और शिक्षा में बड़े पैमाने पर उपयोग।
  • उच्च सुरक्षा (High Security Systems) – साइबर सुरक्षा, ब्लॉकचेन और एन्क्रिप्शन तकनीक का प्रयोग।
  • बहुभाषी और वैश्विक उपयोग – हर क्षेत्र और हर भाषा में सहज उपयोग की क्षमता।

सातवीं पीढ़ी की विशेषताएँ

  • बेहतर प्रोसेसिंग पावर (Improved Processing Power)
    इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में मल्टीकोर प्रोसेसर होते हैं, जो ज़्यादा क्लॉक स्पीड और बेहतर कैश मेमोरी के साथ आते हैं, जिससे कार्यवाही अधिक तीव्र होती है।
  • ऊर्जा-कुशलता (Energy Efficiency)
    नए चिप्स व घटकों का उपयोग करके ये मशीनें कम बिजली खाती हैं और कम गर्मी उत्पन्न करती हैं, जिससे बैटरी लाइफ और सिस्टम स्थायित्व बेहतर होता है।
  • ग्राफिक्स में सुधार (Enhanced Graphics Capabilities)
    उच्च वितरण ग्राफिक कार्ड / इंटीग्रेटेड GPU सक्षम हैं, जिससे हाई-रिज़ॉल्यूशन वीडियो, गेमिंग, VR आदि बेहतर तरीके से संभव है।
  • भंडारण तथा मेमोरी की क्षमता में वृद्धि (Increased Storage & Memory Capacity)
    SSDs, NVMe स्टोरेज आदि के प्रयोग से डेटा एक्सेस तेज़ हुआ है, और RAM अधिक व तीव्र है जिससे मल्टीटास्किंग सहज होती है।
  • बेहतर कनेक्टिविटी विकल्प (Advanced Connectivity Options)
    USB-C, Thunderbolt 3 जैसे पोर्ट्स, तेज़ नेटवर्किंग टेक्नोलॉजीज जैसे वाई-फाई के नए मानक आदि शामिल हैं।
  • उच्च गुणवत्ता वाला मल्टीमीडिया समर्थन (Improved Multimedia & Display Features)
    4K UHD वीडियो सपोर्ट, फ्लैट LCD / LED डिस्प्ले, बेहतर ऑडियो/वीडियो अनुभव, VR/AR टेक्नोलॉजीज़ शामिल हैं।
  • सुरक्षा में अतिरिक्त उपाय (Enhanced Security Features)
    हार्डवेयर-आधारित एन्क्रिप्शन, बायोमेट्रिक पहचान (जैसे फिंगरप्रिंट, फेस रिकग्निशन) आदि सुरक्षा उपायों का समावेश हुआ है।
  • छोटे, हल्के एवं पोर्टेबल डिज़ाइन (Compact, Lightweight & Portable Design)
    उपकरण के आकार एवं वजन में कमी हुई है; लैपटॉप, टैबलेट्स आदि ज़्यादा पतले एवं हल्के बने हैं।

आठंवी पीढ़ी की विशेषताएँ

  • अधिक कोर तथा मल्टी‐थ्रेडिंग
    आठवीं पीढ़ी के प्रोसेसरों में कोर की संख्या बढ़ाई गई है, जिससे एक साथ कई कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, डेस्कटॉप-आई7 मॉडल में अब 6 कोर होते हैं और मल्टी-थ्रेडिंग (Hyper-Threading) से 12 थ्रेड्स तक काम कर सकते हैं।
  • बेहतर परफ़ॉर्मेंस और घड़ी की गति (Clock Speed) में वृद्धि
    Turbo Boost जैसी तकनीक की मदद से ज़रूरत पड़ने पर प्रोसेसर घड़ी की गति बढ़ा सकता है, जिससे कार्यों को तेज़ी से पूरा किया जा सकता है।
  • DDR4 RAM सपोर्ट एवं मेमोरी में सुधार
    पुरानी पीढ़ियों की तुलना में स्मृति (RAM) की गति और क्षमता में सुधार हुआ है। DDR4 RAM के ज़रिये डेटा की माँग तेज़ी से पूरी होती है।
  • उन्नत ग्राफिक्स तथा मल्टीमीडिया क्षमताएँ
    8th जन Intel प्रोसेसरों में UHD / 4K वीडियो प्लेबैक, बेहतर एन्कोड/डिकोड सुविधाएँ, HDR सपोर्ट आदि की सुविधा उपलब्ध है, जिससे वीडियो देखने और कंटेंट क्रिएशन का अनुभव बेहतर होता है।
  • बेहतर सुरक्षा और शक्तिशाली प्लेटफार्म नियंत्रण
    हार्डवेयर‐स्तर पर सुरक्षा उपाय जैसे Intel BIOS Guard, Boot Guard, Software Guard Extensions आदि शामिल हैं। इससे डेटा और सिस्टम को स्टार्टअप से लेकर सामान्य उपयोग तक बेहतर सुरक्षा मिलती है।

नौवीं पीढ़ी की विशेषताएँ

  • अधिक कोर और थ्रेड्स (More Cores & Threads)
    9वाँ जनरेशन प्रोसेसरों में अधिक कोर (cores) और थ्रेड्स (threads) होते हैं, जिससे मल्टी-टास्किंग की क्षमता बढ़ जाती है। उदाहरण स्वरूप Intel Core i9-9900K में 8 कोर एवं 16 थ्रेड्स हैं।
  • उच्च क्लॉक गति एवं बूस्ट फ़्रीक्वेंसी (Higher Clock Speeds / Turbo Boost)
    बेस क्लॉक स्पीड अच्छी होती है और ज़रूरी समय पर टर्बो बूस्ट से और भी अधिक गति प्राप्त होती है। इससे गेमिंग या भारी सॉफ़्टवेयर चलाते समय बेहतर प्रदर्शन मिलता है।
  • बेहतर कैश मैनेजमेंट (Smart Cache) और इंटीग्रेटेड मेमोरी कंट्रोलर
    स्मार्ट कैश तकनीक अलग-अलग कोर को ज़रूरत के मुताबिक साझा कैश (shared cache) विभाजित करती है, जिससे विलम्बता (latency) कम होती है। साथ ही मेमोरी कंट्रोलर की वजह से मेमोरी की रीड/राइट गति बेहतरीन होती है।
  • तेज़ इंटरफ़ेस और कनेक्टिविटी (Fast Interfaces & Connectivity)
    USB 3.1 Gen2, बेहतर PCIe लेन, Wi-Fi (और कभी-कभी Wi-Fi-6), थंडरबोल्ट जैसे पोर्ट्स व टेक्नोलॉजीज़ का समर्थन—इनसे डेटा ट्रांसफर, बाह्य उपकरणों (external devices) से कनेक्शन आदि बेहतर होते हैं।
  • बेहतर ग्राफ़िक्स और मल्टीमीडिया क्षमताएँ (Improved Graphics & Multimedia Capabilities)
    9वीं पीढ़ी के प्रोसेसर अक्सर उन्नत इंटीग्रेटेड GPU के साथ आते हैं, और HDR, उच्च-रिज़ॉल्यूशन वीडियो डिकोडिंग/एन्कोडिंग जैसी क्षमताएँ भी बेहतर होती हैं। इससे गेमिंग, वीडियो एडिटिंग आदि में अनुभव बेहतर होता है

दसवीं पीढ़ी की विशेषताएँ

  • बेहतर प्रदर्शन और क्‍लॉक स्‍पीड (Performance & Clock Speed)
    दसवीं पीढ़ी के प्रोसेसर में कोर और थ्रेड की संख्या बढ़ी है, जिससे मल्टीटास्किंग व भारी कामों में तेजी आती है। उदाहरण के लिए, Intel के कुछ 10थ जनरेशन प्रोसेसर 10 कोर / 20 थ्रेड्स तक के हैं।
    साथ ही, “Thermal Velocity Boost” जैसी तकनीक की मदद से, पीक परफ़ॉर्मेंस के लिए क्‍लॉक स्‍पीड 5GHz से अधिक तक भी जा सकती है।
  • बेहतर कनेक्टिविटी और इन्‍पुट/आउटपुट इंटरफेस (Connectivity & I/O Enhancements)
    दसवीं पीढ़ी के कंप्यूटरों में आधुनिक वायरलेस तकनीक जैसे Wi-Fi 6 शामिल है, जिससे नेटवर्किंग व डाउनलोड में गति और विश्वसनीयता बेहतर हुई है।
    इसके अलावा, Thunderbolt 3 सपोर्ट, बेहतर USB पोर्ट्स, तेज़ नेटवर्क इंटरफ़ेस (जैसे इंटीग्रेटेड Ethernet I225) जैसे विकल्प मिलते हैं।
  • बेहतर ग्राफिक्स और मल्टीमीडिया क्षमताएँ (Graphics & Multimedia Capabilities)
    10वीं पीढ़ी के कई प्रोसेसरों में इंटीग्रेटेड ग्राफिक्स बेहतर हैं – UHD Graphics / Iris Plus जैसे विकल्प, जो कि वीडियो एडिटिंग, 4K सामग्री प्लेबैक, हल्के गेमिंग आदि के लिए पर्याप्त हैं।
    इसके अलावा, मल्टीमीडिया कार्यों के लिए वीडियो एन्कोडिंग/डिकोडिंग में सुधार हुआ है, जिससे वीडियो कॉल्स, वीडियो एडिटिंग व स्ट्रीमिंग अनुभव बेहतर हुआ है।

ग्‍यारहवीं पीढ़ी की विशेषताएँ

  • बेहतर आंतरिक ग्राफिक्स (Improved Integrated Graphics)
    11वीं पीढ़ी के प्रोसेसरों के साथ Intel Iris Xe Graphics या बेहतर इंटीग्रेटेड GPU आता है जो ग्राफिक्स, वीडियो प्लेबैक, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आदि कार्यों में बेहतर प्रदर्शनी प्रदान करता है।
  • तेज़ और विश्वसनीय कनेक्टिविटी (Faster & Reliable Connectivity)
    इस पीढ़ी में Wi-Fi 6 या Wi-Fi 6E समर्थन, Thunderbolt 4, बेहतर वायरलेस और वायर्ड नेटवर्क कनेक्शन क्षमताएँ शामिल हैं।
  • ऊर्जा कुशल डिज़ाइन (Power Efficiency)
    कम बिजली की खपत, बेहतर बैटरी जीवन (laptop में), Modern Standby मोड जैसे फीचर्स शामिल हैं ताकि कंप्यूटर त्वरित रूप से स्लीप/वेक हो सके और ऊर्जा बचत हो सके।
  • AI और मशीन लर्निंग फ़ीचर्स (AI / Machine Learning Enhancements)
    इस पीढ़ी में Intel DL Boost, Neural / Image Processing Units जैसे हार्डवेयर-स्तरीय AI एक्सेलेरेशन शामिल हैं, जो आवाज़ / छवि / वीडियो से जुड़े कामों में विशेष रूप से उपयोगी हैं।
  • प्रदर्शन में सुधार (Performance Improvements)
    क्लॉक स्पीड, इंटर्नल आर्किटेक्चर (कैश, इन्स्ट्रक्शन सेट, IPC improvements) आदि में सुधार हुआ है, जिससे सामान्य प्रोग्रामिंग, मल्टीटास्किंग और क्रिएटिव वर्कफ़्लो अधिक स्मूद होते हैं।

बारहवीं पीढ़ी की विशेषताएँ

  • हाइब्रिड कोर आर्किटेक्चर (Hybrid Core Architecture)
    12वीं पीढ़ी में Performance-Cores (P-Cores) और Efficient-Cores (E-Cores) दो तरह के कोर शामिल हैं। P-Cores भारी कामों के लिए (जैसे गेमिंग, वीडियो एडिटिंग) अधिक शक्ति देते हैं, जबकि E-Cores बैकग्राउंड टास्क और मल्टीटास्किंग को बिजली कम खर्च करके संभालते हैं।
  • Intel Thread Director
    यह एक ऐसी तकनीक है जो यह निर्धारित करती है कि कौन सा टास्क किस कोर पर बेहतर चलेगा। अर्थात् ऑपरेटिंग सिस्टम को निर्देश देने में मदद करता है कि workload को P-Core पर भेजा जाए या E-Core पर, जिससे प्रदर्शन और ऊर्जा दक्षता दोनों बेहतर हों।
  • नवीनतम मेमोरी और कनेक्शन सपोर्ट
    12वीं जनरेशन DDR5 RAM को सपोर्ट करती है (उच्च बैंडविड्थ और गति) के साथ-साथ पिछली DDR4-compatibility भी होती है। इसके अलावा PCIe 5.0, USB-4 / Thunderbolt 4 जैसे नए, तेज़ इंटरफेस शामिल हैं। इससे डेटा ट्रांसफर, स्टोरेज और ग्राफिक्स उपकरणों के लिए क्षमता बढ़ती है।
  • बेहतर GPU / इंटीग्रेटेड ग्राफिक्स एवं मल्टीमीडिया क्षमताएँ
    इसमें Intel Xe या UHD ग्राफिक्स शामिल हैं, जो 4K या 8K डिसप्ले, AV1/HEVC आदि के मल्टीमीडिया फॉर्मैट्स के लिए सक्षम हैं। वीडियो स्ट्रीमिंग, कंटेंट क्रिएशन, और ग्राफिकल UI अनुभव बेहतर हुआ है।
  • उच्च ऊर्जा दक्षता और प्रदर्शन संतुलन
    कोर विभाजन (P और E) और थ्रेड डायरेक्टर की वजह से प्रोसेसर जरूरत के अनुसार ऊर्जा का उपयोग करता है — जब पूरा प्रदर्शन आवश्यक है तो शक्ति अधिक लगे, और हल्के कामों पर कम ऊर्जा खर्च होती है। इससे बैटरी जीवन लंबा होने के साथ ओवरऑल सिस्टम ताप और ऊर्जा उपयोग नियंत्रण में रहता है।

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